मेंगलुरु: हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के एक नेता को अपने दो सहयोगियों के साथ मेंगलुरु (Mangaluru) में गिरफ्तार किया गया है. एक दिन पहले उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavaraj Bommai) को एक मंदिर गिराने पर धमकी देते हुए कहा, “हमने गांधी को नहीं बख्शा, आप कौन हैं? ” संगठन के राज्य महासचिव धर्मेंद्र ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह टिप्पणी की, जिसने भाजपा सरकार (BJP Governmnet) को संकट में डाल दिया है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के निर्देश के बाद मैसूर के नंजनगुढ में एक मंदिर को तोड़े जाने को लेकर सरकार आलोचना के घेरे में आ गई है.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए धर्मेंद्र ने कहा, “हम इसकी (मंदिर गिराने की) अनुमति नहीं देंगे. हमने गांधीजी को नहीं बख्शा? फिर आप कौन हैं? यदि गांधीजी की हत्या हो सकती है तो क्या आपको लगता है कि क्या हम आपके साथ ऐसा नहीं कर सकते?”
आंगनबाड़ी के बच्चों को अंडे बांटने में भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “कृपया याद रखें कि यह बसवराज बोम्मई, बीएस येदियुरप्पा और शशिकला जोले के लिए बेहद मुश्किल होगा. आपने पहले ही अंडे चुरा लिए हैं और इसके जरिये पैसे कमाए हैं. कम से कम मंदिरों को तो छोड़ दें. हम अंडा घोटाले को लेकर आपके खिलाफ पहले ही कोर्ट में जा चुके हैं.”
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या के संदर्भ का मतलब यह नहीं था कि वह मुख्यमंत्री या किसी और धमकी दे रहे हैं. यह गुस्से की अभिव्यक्ति थी.
धर्मेंद्र के साथ ही उनके सहयोगी राजेश पवित्रन और प्रेम पुलाली को गिरफ्तार किया गया है. मेंगलुरु पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.